पीड़ा गहन है
मौन है
अदृश्य है ---चेतन भी ,
अनुगूंज शब्दों की प्रक्रिया है
आह से चीत्कार तक विस्तृत
स्थूल है --- प्रभावी भी ,
दोनों ही जीवित रहते हैं सदियों तक
सदियों के लिए
परीक्षण की तरह
दिलासे की तरह भी !!!
अर्चना राज़
मौन है
अदृश्य है ---चेतन भी ,
अनुगूंज शब्दों की प्रक्रिया है
आह से चीत्कार तक विस्तृत
स्थूल है --- प्रभावी भी ,
दोनों ही जीवित रहते हैं सदियों तक
सदियों के लिए
परीक्षण की तरह
दिलासे की तरह भी !!!
अर्चना राज़
Lekin jab ehsaas sukhad hota hai sab bhool jaate hai.Dilaasa bhee
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