तेरी नीमबाज़ आँखों में खो जाने को जी चाहता है
बेहिसाब बारिशों सा हो जाने को जी चाहता है ,
कशमकश तो यूँ भी बहुत है जिन्दगी में लेकिन
तेरे इश्क में दम-ब-दम जज़्ब हो जाने को जी चाहता है ,
सूरत ख्वाबों की तो यूँ हर रोज बदल जाती है
हर ख्वाब में पर अब तेरा ही दीदार हो ये जी चाहता है ,
तेरी साँसों को कैद करूं या गुम हो जाऊं तुझमे ही
आहिस्ता-आहिस्ता यूँ फना हो जाने को जी चाहता है ,
हवाओं पे तेरा नाम लिखकर चूमा करूं निगाहों से
हर ज़र्रा कायनात का तेरे नाम करने को जी चाहता है !!
अर्चना राज
बेहिसाब बारिशों सा हो जाने को जी चाहता है ,
कशमकश तो यूँ भी बहुत है जिन्दगी में लेकिन
तेरे इश्क में दम-ब-दम जज़्ब हो जाने को जी चाहता है ,
सूरत ख्वाबों की तो यूँ हर रोज बदल जाती है
हर ख्वाब में पर अब तेरा ही दीदार हो ये जी चाहता है ,
तेरी साँसों को कैद करूं या गुम हो जाऊं तुझमे ही
आहिस्ता-आहिस्ता यूँ फना हो जाने को जी चाहता है ,
हवाओं पे तेरा नाम लिखकर चूमा करूं निगाहों से
हर ज़र्रा कायनात का तेरे नाम करने को जी चाहता है !!
अर्चना राज
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