पिघलती चट्टानों का लाल दर्द
फ़ैल जाता है जब
सारी कायनात में
भूरे कोटरों के गर्भ से ,
समेट नहीं पाते है
तब उन्हें हम
तमाम उम्र तक और
कई जिंदगियों की कीमत पर भी !!!
अर्चना राज !!
फ़ैल जाता है जब
सारी कायनात में
भूरे कोटरों के गर्भ से ,
समेट नहीं पाते है
तब उन्हें हम
तमाम उम्र तक और
कई जिंदगियों की कीमत पर भी !!!
अर्चना राज !!
bahut khamosh hai ye dard !!
ReplyDeletekuch kya har jindagi aati hai iski chapet ne to later or sooner ....
bahut sundar ...sare bhav in chnd sabon me samet diye hai !!
shukriya ashok ji
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