ऐलाने #बगावत का आगाज़ है साहिब
जो समझ सको तो चलो ,
मिटा दे हस्ती ये मुस्कुराते हुए
जो समझ सको तो चलो ,
माजी हुए सब तौर ओ तरीके तुम्हारे
ये जान लो अब ,
कि एक पत्थर उछला है तबियत से बहुत
जो समझ सको तो चलो |
जो समझ सको तो चलो ,
मिटा दे हस्ती ये मुस्कुराते हुए
जो समझ सको तो चलो ,
माजी हुए सब तौर ओ तरीके तुम्हारे
ये जान लो अब ,
कि एक पत्थर उछला है तबियत से बहुत
जो समझ सको तो चलो |
No comments:
Post a Comment