लाइब्रेरियों को टूटना होगा
देव को जगह चाहिए
फिर पुस्तकों की कुर्बानी तो लाजिमी है
कि गहरी आस्थायें गढनी हैं अभी
और गहरे तक
सदियां जिसे महिमामंडित कर सकें ,
देव को जगह चाहिए
फिर पुस्तकों की कुर्बानी तो लाजिमी है
कि गहरी आस्थायें गढनी हैं अभी
और गहरे तक
सदियां जिसे महिमामंडित कर सकें ,
प्रगति की पीठ रक्तरंजित है
उसकी जमीन शर्मिंदा
पर राजा का गर्व सर्वोपरि सर्वमान्य
इंकार कुचल दिया गया है,
उसकी जमीन शर्मिंदा
पर राजा का गर्व सर्वोपरि सर्वमान्य
इंकार कुचल दिया गया है,
शब्दकारों
हम हारे हुये लोग
आंखों में आंसू और मजबूरी साथ रखते हैं
इतना कि माफी भी नहीं मांग सकते।
हम हारे हुये लोग
आंखों में आंसू और मजबूरी साथ रखते हैं
इतना कि माफी भी नहीं मांग सकते।
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